नागपुर न्यूज डेस्क: विदर्भ के जंगलों में चांद की रोशनी में वन्यजीवों को देखने का मौका एक बार फिर आ रहा है। 12 मई को पर्यटक बाघ, भालू, हिरण, खरगोश, और अन्य वन्यजीवों का नजारा मचानों से देख सकेंगे। वन विभाग ने नागपुर, पेंच और ताडोबा के जंगलों में मचान तैयार करना शुरू कर दिया है, जहां पर्यटक रातभर जंगल के बीच वन्यजीवों का अद्भुत अनुभव कर सकेंगे।
नागपुर क्षेत्र में 40 से अधिक मचान तैयार किए जा रहे हैं, पेंच में लगभग उतने ही, और ताडोबा रिजर्व में 50 मचान बनाए जा रहे हैं। इन मचानों को चंद्रपुर, मूल, मोहर्ली, खडसंगी, पळसगांव, और शिवनी जैसे क्षेत्रों में स्थापित किया जा रहा है। पर्यटकों के लिए ये मचान 28 अप्रैल से 5 मई तक बुकिंग के लिए उपलब्ध होंगे। इस आयोजन के दौरान जंगल में चांदनी रात में वन्यजीवों का दीदार एक यादगार अनुभव होगा।
पहले बुद्ध पूर्णिमा पर इन मचानों से वन्यजीवों की गणना की जाती थी, लेकिन अब यह एक रोमांचक अनुभव के रूप में आयोजित किया जाएगा। इस बार भी बारिश की वजह से आयोजन में रुकावट का खतरा है, क्योंकि पिछले दो वर्षों में तूफानी बारिश के कारण इसे रद्द कर दिया गया था। फिर भी, जंगल में रातभर रहने का अनुभव और दुर्लभ प्रजातियों का दीदार पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बना रहेगा।